हार्ट अटैक और काेराेना माहमारी के लक्षण एक जैसे इसलिए अभी आप अपने दिल काे संभालिए, इस लिए आप चेकअप करने में देरी और लापरवाही आप के लिए घातक शाबित हो सकती है।
डॉक्टर के अनुसार बहुत से कोरोना के कारण हार्ट पेशेंट चेकअप कराने से कतरा रहे। शहर में कोरोना माहमारी से कोरोना मरीज बढ़ रहे है और दूसरी और इस का डर हार्ट के पेशेंट्स महसूस कर रहे हैं। वे अपना चेकअप कराने के लिए अस्पताल ही नहीं आ रहे। जयपुर के हार्ट स्पेशल डॉक्टरों की मानें तो इन दिनों हार्ट संबंधी बीमारियों के मरीज अस्पतालों की ओपीडी में 30 से 40 फीसदी कम हो गए हैं। जो भी हार्ट के पेशेंट्स हॉस्पिटल आता है वो क्रिटिकल स्थिति में होता हैं। ज्यादातर हार्ट पेशेंट अपने परिजनों के साथ फाइल भेज कर ट्रीटमेंट पूछ रहे हैं तो कुछ वीडियो कॉल से कंसल्ट कर रहे हैं।
आज वर्ल्ड हार्ट डे पर हमने शहर के कार्डियोलॉजिस्ट से बात की उन्होंने पुष्पांजली एनजीओ को बताया की हार्ट पेशेंट्स की दवा लेने या चेकअप कराने में लापरवाही घातक हो सकती है।
लापरवाह न रहें दवा लेने में
अभी हार्ट का रिस्क बहुत ज्यादा है इसलिए यदि आप की हार्ट की दवा चल रही है तो इसे लेने में कभी लापरवाही न बरतें। आप डॉक्टर से नियमित रूप से चेकअप कराते रहें। अगर यदि आप का अस्पताल जाना संभव न हो तो वीडियो कॉल करके उनसे सलाह ले सकते हैं और ध्यान रखे की कोई भी दवा बिना डॉक्टर के सलाह ना ले।
फिजिकल एक्टिविटी पर ध्यान दे
लॉकडाउन या उम्र की वजह से इन दिनों घर में रहना पड़ रहा हो तो भी आप एक्सरसाइज बंद न करें। जरूरी है हर घंटे कुछ एक्टिविटी करते रहें चाहे पैर का हल्का मूवमेंट ही क्यों न हाे। सांस संबंधी योग के आसन सुबह-शाम कर सकते हैं। इससे आप के हार्ट और लंग्स दोनों काे फायदा हाेता है।
लक्षण महशुस हो तो डॉक्टर को दिखाएं
काेराेना और हार्ट अटैक की लक्षण लगभग एक जैसे हैं। यदि किसी भी व्यक्ति को दिल की बीमारी के लक्षण हों जैसे सीने में भारीपन, चलने पर सांस फूलना, जबड़े में दर्द आना, दोनों या एक हाथ में दर्द ताे तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
बचें स्ट्रेस व नेगेटिव विचारों से
अभी हार्ट की बीमारी का स्ट्रेस के कारण भी बढ़ रही हैं। अभी ब्लड की क्लोटिंग ज्यादा हो रही है जो ब्रेन और लंग्स तक पहुंच रही है ऐसे में स्वस्थ दिखने वाला व्यक्ति भी शिकार हो जाता है। इसलिए आप स्ट्रेस और तनाव से दूर रहें। मास्क लगाए रखना और भीड़ से बचना ही जरूरी है।
भारत में हर 5वां व्यक्ति हार्ट पेशेंट
दिल की सेहत के प्रति जागरूक करने के लिए वर्ष 2000 से सितंबर के आखिरी रविवार को वर्ल्ड हार्ट डे मनाने की शुरुआत हुई। साल 2014 में इसके लिए 29 सितंबर तारीख तय की गई। इस साल वर्ल्ड हार्ट डे 2020 के लिए थीम ‘यूज हार्ट टू बीट कार्डियोवस्कुलर डिजीज रखी गई है। पुष्पांजली एनजीओ (Pushpanjalii NGO) के अनुसार हार्ट संबंधी बीमारियों से हर साल करीब 18 मिलियन मरीजों की मौत होती है। भारत में हर 5वां व्यक्ति दिल का मरीज है।
कुछ बातें जो आप के हार्ट को रखेगी सेहतमंद
- साेशल डिस्टेंसिग की पलना करे।
- कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज या सांस से जुड़े योगासन करें।
- राेजाना वाॅक करें चाहे घर की छत या बरामदे में ही करना पड़े।
- बाहर जाएं तो मास्क पहनें।
- स्ट्रेस न लें। नेगेटिव विचारों से बचें।
- हेल्दी डाइट लें ताकि इम्युनिटी सिस्टम मजबूत हो।
- डॉक्टर की सलाह लेने में देरी ना करे रेगुलर हार्ट का चेकअप करवाएं।